Immunity यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता या प्रतिरक्षा, हानिकारक सूक्ष्मजीवों का विरोध करने के लिए Multicellular organisms (बहुकोशिकीय जीवों) की क्षमता है।
यह ऐसी प्रणाली है जो प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया का उत्पादन करके शरीर को बाह्य पदार्थों, कोशिकाओं और ऊतकों से बचाती है।
कई शोधकर्ताओं का मानना है कि ठंड के मौसम में व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है, जिससे शरीर को संक्रमण से लड़ने में मुश्किल होती है।
इसके कुछ प्रमुख कारण हैं –
1. विटामिन डी में कमी
सर्दियों के महीनों के दौरान, चूँकि सूरज की रोशनी का असर कम होता है इसलिए बहुत से लोगों को कम विटामिन डी मिलता है।
कई शोध बताते हैं कि विटामिन डी प्रतिरक्षा प्रणाली को बनाए रखने में आवश्यक भूमिका निभाता है।
2. घर के अंदर अधिक समय बिताना
लोग सर्दियों के महीनों के दौरान घर के अंदर अधिक समय बिताते हैं, और वायरस तब अधिक फैलते हैं जब लोग एक दूसरे के करीब होते हैं।
3. तापमान में कमी
कम तापमान प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को प्रभावित कर सकता है।
4. संकुचित रक्त वाहिका
ठंडी और शुष्क हवा में साँस लेने से ऊपरी श्वसन पथ में रक्त वाहिकाएं गर्मी बचाने के लिए संकीर्ण हो जाता है।
यह White Blood Cells (श्वेत रक्त कोशिकाओं) को mucous membrane (श्लेष्म झिल्ली) तक पहुँचने से रोक सकता है, जिससे शरीर का कीटाणुओं से लड़ना कठिन हो जाता है।
1. आम सर्दी और बुखार
सर्दी और बुखार सबसे आम ठण्ड के मौसम की बीमारी है जो लोगों को आसानी से पकड़ती है।
विशेषज्ञों के अनुसार, बदलते मौसम या किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से प्रतिरक्षा पर प्रभाव पड़ सकता है।
कम प्रतिरक्षा वाले लोगों पर संक्रमण का अधिक जोखिम होता है।
कमजोरी, सिरदर्द, बदन दर्द, खाँसी आदि आम सर्दी और फ्लू के लक्षण हैं।
2. टॉन्सिलाइटिस
टॉन्सिलिटिस गले के पीछे दो अंडाकार आकार के ऊतक पैड की सूजन को संदर्भित करता है।
इस सूजन के परिणामस्वरूप टॉन्सिल में जलन और गले में दर्द होता है।
इससे भोजन और पानी को निगलने में परेशानी का सामना करना पड़ता है।
चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, हवा में वायरस और बैक्टीरिया टॉन्सिल संक्रमण के प्राथमिक योगदानकर्ता हैं।
3. कान का संक्रमण
सर्दी के मौसम में अत्यधिक ठंड और नमी लोगों को कान के संक्रमण के खतरे में डाल सकती है।
कान का संक्रमण एक आम सर्दी की समस्या है जो रात भर में हो सकती है।
इस प्रकार, इसे जल्द से जल्द पहचानना महत्वपूर्ण है।
खुजली के साथ-साथ कानों में अवरोध और दर्द संबंधित सर्दी की समस्या का प्राथमिक लक्षण है।
4. जोड़ों का दर्द
चिकित्सा विशेषज्ञों का दावा है कि सर्दियों के मौसम में वायुमंडलीय दबाव में गिरावट के साथ शरीर में pain receptors अधिक संवेदनशील हो जाते हैं।
यह गिरावट ऊतकों में सूजन पैदा करता है जिससे जोड़ों में दर्द होता है।
5. ब्रोंकियोलाइटिस
ब्रोंकियोलाइटिस एक आम फेफड़ों में संक्रमण (वायरल) है जो छोटे बच्चों और शिशुओं में प्रचलित है।
यह तुलनात्मक रूप से गंभीर स्थिति है क्योंकि यह फेफड़े के सबसे छोटे वायु मार्ग में बलगम का निर्माण करता है।
चूँकि यह एक संचारी रोग है, इसलिए छोटे बच्चों की सुरक्षा के लिए आवश्यक सावधानी बरतने का सुझाव दिया जाता है।
उपर्युक्त बीमारियों के अलावा, पेट के फ्लू, साइनसाइटिस, खुजली वाली त्वचा, आदि कुछ अन्य बीमारियाँ हैं जो सर्दियों के मौसम में प्रचलित हो जाती हैं।
यदि आप कुछ सरल बातों को ध्यान में रखते हैं, तो आप सर्दियों में बीमारी की संभावना को कम कर सकते हैं।
सर्दियों के दौरान आपको स्वस्थ और फिट रखने में मदद करने के लिए अपनी immunity को मजबूत करने के लिए यहाँ कुछ सुझाव दिए गए हैं-
1. हाथों को अच्छी तरह से धोएं
दिन में कई बार आप लोगों से हाथ मिलाते हैं, दरवाजों को छूते हैं या पैसों को हाथ लगते हैं।
इस दौरान हजारों कीटाणुओं और जीवाणुओं के संपर्क में आते हैं।
इसलिए 15-20 सेकंड के लिए साबुन और गर्म पानी के साथ दिन में कई बार अपने हाथ धोएं।
2. अपने तकनीकी उपकरणों को नियमित रूप से साफ करें
आपके उपकरण भी कीटाणुओं से युक्त होते हैं।
आप दिन में सैकड़ों बार अपने स्मार्टफोन, टैबलेट या लैपटॉप को छूते हैं।
नियमित रूप से उन्हें साफ करें और कीटाणुनाशकों जैसे rubbing alcohol, sanitizers आदि का उपयोग करने से न डरें।
3. स्वस्थ्य और संतुलित आहार लें
सर्दियों के मौसम में खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
ठंडा और बासी खाना खाने से बचें।
विटामिन सी से भरपूर फल एवं सब्जियों का सेवन करें जैसे सेब, संतरा, नींबू आदि।
साथ ही ग्रीन टी, मिर्च, अदरक, लहसुन, हल्दी, ब्रोकली, पालक, दही, अंडे, आदि का सेवन करें जो immunity को बढ़ाने में सहायक हैं।
4. भरपूर पानी पीएं
जब बाहर ठंड होती है, तब भी हाइड्रेटेड रहना महत्वपूर्ण है।
हमारा शरीर 75% पानी से बना है – इसलिए हाइड्रेटेड रहना बहुत महत्वपूर्ण है।
पर्याप्त हाइड्रेशन हमारे शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है और ध्यान केंद्रित करने की हमारी क्षमता में सुधार करता है।
5. व्यायाम करें
बाहर व्यायाम करने से हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है।
और अगर साथ में कोई दोस्त या रिश्तेदार हों तो साथ व्यायाम करने या walk पे जाने का मज़ा ही कुछ और होता है।
6. तनाव से बचें
तनाव से बचें, काम के बीच थोड़ी आराम भी करें।
खुश रहें और जीवन का आनंद लें।
यह सब एक स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देता है।
7. अच्छी नींद लें
जो लोग प्रति रात सात घंटे से कम सोते हैं उनमें ठंड लगने की संभावना तीन गुना अधिक होती है।
इसलिए, जल्दी सोना सुनिश्चित करें और कुछ घंटों की अतिरिक्त नींद का आनंद लें।
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