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Self Belief in life in Hindi | जीवन में आत्मविश्वास का होना कितना जरूरी है

Believe in Yourself

जीवन में self-belief का होना कितना जरूरी है ?

William J.H. Boetcker ने कहा है, “Your success depends mainly upon what you think of yourself and whether you believe in yourself.”

यानी “आपकी सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि आप अपने बारे में क्या सोचते हैं और अपने आप में विश्वास करते हैं या नहीं। “

अगर हम अपने जीवन में सफल होना चाहते हैं तो सबसे पहले हमें अपने आप में भरोसा करना होगा।

हमारे जीवन में self-belief का होना बहुत जरूरी है।

self belief

अगर हम किसी काम को करने से पहले ये सोचते हैं कि ये आसान है तो वो हमें आसान लगता है और अगर किसी चीज़ के बारे ये सोचते हैं कि ये आसान नहीं है तो हमें वो आसान नहीं लगता है।

हमारे अंदर कुछ mental barriers  होते हैं जो हमें आगे बढ़ने से रोकते हैं।

इनके कारण हमें लगता है कि ये particular काम करना आसान नहीं है।

अगर हम इन mental barriers को पार कर लें तो फिर हमें वो चीज़ आसान लगने लगती हैं।

School Life 

आपको याद होगा कि स्कूल में जब हम कभी Mathematics की word problem को देखते थे तो थोड़ी-सी घबराहट होने लगती थी।

लेकिन एक बार उसे simplify करने के बाद अगली word problem आसान लगने लगती थी।

क्योंकि हमारा mental barrier अब ख़त्म हो चूका होता था।

तब हम अपने आप में विश्वास करने लगते थे कि ये word problem आसान ही होगा।

और फिर चाहे वो कठिन भी हो पर हम उसे solve कर लेते थे।

Believe.Become 

sachin

Sachin Tendulkar ने जब 24 February 2010 को ODI cricket में 200 रन बनाये थे तब शायद किसी ने सोचा न था कि उनके इस record को कोई तोड़ पायेगा।

ये record कई दिनों तक कायम भी रहा।

लेकिन 8 December 2011 को 219 run बनाके Virender Sehwag ने उनके इस रिकॉर्ड को तोड़ दिया।

अब खिलाड़ियों के दिमाग से वो mental barrier ख़त्म हो चूका था।

देखते ही देखते फिर Rohit Sharma ने 200 run बना डाले।

आगे जाकर Rohit Sharma ने और दो बार इस मुकाम को हासिल किया।

अब तक 8 क्रिकेटरों ने इस मुकाम को हासिल किया है।

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Self Belief in daily life 

Friends, हमारी life में भी इसी प्रकार के कई mental barriers होते हैं।

जब एक बार हम इन barriers से पार पाने में सफल हो जाते हैं तो फिर सबकुछ आसान प्रतीत होने लगता है।

जब हम ये सोच लेते हैं कि ये काम कठिन तो वो कठिन लगने लगता है और अगर आसान तो वो आसान लगने लगता है।

हमारा दिमाग भी उसी तरह से काम करने लगता है जैसा हम सोचते हैं और वो काम हमें आसान या कठिन लगने लगता है।

जरुरत है तो बस mental barriers को तोड़ने की।

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क्योंकि जो हम सोचते हैं वो करते हैं।

अंग्रेजी में एक कहावत है “Nothing is impossible. The word itself says “I’m possible”.

So, start believing in yourself.

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