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Goals in life in Hindi | जीवन में लक्ष्य का होना कितना जरुरी है

Goals in life

Friends, How important is it to have goals in life?

आप लोगों को अच्छे से याद होगा कि जब भी बचपन में कुछ पूछा जाता था कि “बताओ बड़े होकर क्या बनना है?”

then हमारा जवाब होता था “बड़े होकर doctor, engineer, teacher बनना है।”

Schools में भी जब हमें अपना introduction देना होता था then उसमें भी एक line हुआ करती थी,

“I want to become a doctor/engineer/teacher……” or “My aim in life is to be a doctor/engineer/teacher……”

कुछ सालों बाद जब दुनिया की थोड़ी समझ होने लगी तो certainly कुछ लोगों ने अपना goal change किया होगा।

लेकिन क्या उस चाह पर हम आज भी कायम हैं ? क्या हम अपने goals की तरफ कदम बढ़ा रहे हैं ?

या फिर हमारी ज़िंदगी में कोई लक्ष्य ही नहीं है

बस “ज़िन्दगी जहाँ ले जाये उस ओर चलना है” वाली सोच है हमारी ?

So, आईये हम discuss करते हैं कि जीवन में लक्ष्य का होना कितना जरुरी है ?

जीवन में लक्ष्य का होना कितना जरुरी है | How important is it to have goals in life?

Let’s take an example of a cricket match.

ज़रा सोचिये, एक cricket match खेलने के लिए क्या जरुरी है?

एक bat का होना, एक ball का होना और cricket की practice होना।

But क्या बस इतना ही काफी है एक match खेलने के लिए?

नहीं !

एक cricket match खेलने के लिए सबसे ज़रूरी है एक मैदान का होना जहाँ हम क्रिकेट खेल सकें।

Similarly, हमारी life में भी सबसे ज़रूरी है एक मैदान अर्थात् एक goal, एक लक्ष्य का होना।

Now-a-days, हमारा mostly ध्यान होता है कि हम अच्छे से अच्छे schools, colleges में जाके पढ़ाई करें।

लेकिन बस इतना काफी नहीं है।

ये सब एक cricket match के equipment की तरह हैं। But जब तक कोई ground न हो इनका कोई फायदा नहीं।

Likewise, life में भी चाहे कितनी ही quality education पर हम ध्यान दें अगर कोई लक्ष्य ही नहीं हो तो हमारी education का कोई फायदा नहीं।

We are lucky enough

हमें अपने आप को lucky मानना चाहिए कि आज हमारे पास सारी साधनें हैं , devices हैं।

आज अगर हमारे मन में कोई भी doubt होता है then सबसे पहला ख्याल google का आता है।

Also, Internet की दरें भी affordable हैं।

10-15 साल पहले की बात करें then ये सारी सुविधाएँ न के बराबर थीं।

आज घर बैठे हम कोई भी book आसानी से पढ़ सकते हैं।

साथ ही parents, relatives, friends हैं जो हमेशा हमारी मदद के लिए तैयार रहते हैं।

जरूर पढ़ें: हमारे जीवन में सही वक़्त क्या है ?

Purpose of life

एक बार goal set कर लें तो life में जीने का एक purpose मिल जाता है हमें।

As a result, हम अपने goals की दिशा में बढ़ना शुरू कर देते हैं।

हर वो कदम जो हमें goals की ओर ले चले, वो कदम उठाना शुरू कर देते हैं।

Earl Nightingale ने कहा है “People with goals succeed because they know where they are going.” यानी “वो लोग जिनके पास लक्ष्य होता है वे सफल होते हैं क्योंकि वे जानते हैं कि वे कहां जा रहे हैं।”

For example- अगर हम किसी project को करने के लिए कोई time decide करते हैं कि इस particular time तक हमें इस project को पूरा करना है।

Then हम उसे पूरा पूरा करने में लग जाते हैं। हर रोज़ कुछ न कुछ काम करते रहते हैं उस project को पूरा करने के लिए।

Finally, वो काम पूरा हो जाता है उस time limit में।

Similarly, life में भी अपने मंजिल को हासिल करने के लिए कुछ न कुछ करते रहते हैं।

Set your own goals

कई बार होता है कि हम दूसरों से अपने goals को set करने के लिए बोलते हैं।

अगर कोई हमें अपने experiences के आधार पे यह कह दे कि “इस क्षेत्र में कोई scope नहीं है तुम्हें ये करना चाहिए”।

Then, बिना कुछ सोचे समझे अपने goals को बदल देते हैं या उस ओर set कर लेते हैं जो बताया गया हो।

First of all, हमें अपनी interest पर ध्यान देना है कि किस field में हमें ज्यादा interest है और हम अपना 100% दे सकेंगे।

As well as हम किस काम को करने में enjoy करेंगे। यहाँ enjoyment से मतलब मज़ा करना नहीं बल्कि काम को enjoy करना है।

जैसे- अगर किसी को शुरू से ही teaching में interest रहा हो तो teaching करने में उसे मज़ा आएगा।

अगर उसे किसी और field में push कर दिया जाये for example engineering में तो भले ही life के 2-3 साल अच्छे से गुजारा कर लेगा But life के अगले 40-50 साल ख़ुशी से नहीं रह पायेगा।

Therefore, ज़रूरी है कि हम अपने goals खुद सेट करें।

हाँ suggestions जरूर ले सकतें हैं हम बड़ों की।

Focus on your goals

कई बार क्या होता है कि goals change होते रहते हैं। कोई definite goal नहीं होता हमारी life में।

अगर हम किसी cricketer को अच्छा खेलते हुए देखते हैं तो हमें cricketer बनने की इच्छा होती है।

Dancing shows में किसी को dance करते हुए देखते हैं तो dancer बनने की सोचते हैं।

Similarly, singing shows को देखकर singer बनने की इच्छा होती है।

ऐसा इसलिए होता है क्योंकि एक definite goal नहीं होता है।

हाँ, किसी को dance या singing पसंद है और उस field में अच्छा है तो वो इन्हें goals में तब्दील कर सकता है।

उस हिसाब से dancing या singing उसका definite and ultimate goal बन जाता है।

साथ ही हमें अपने goals पर कायम रहना है न की उन्हें change करते रहना है।

इसपे यही कहावत लागु होती है कि अगर हम दो नावों पर पैर रखेंगे तो डूब जायेंगे।

सिर्फ एक नाव पर concentrate करेंगे तो बाहर निकलने में सफल होंगे।

Conclusion

तो आइये, life को थोड़ा seriously लें और अपने goals की ओर कदम बढ़ाते रहें।

अगर अभी तक आपने अपना goal set नहीं किया है तो what are you waiting for?

अपने life में goals को आज ही set कीजिये और पहला कदम लीजिये अपने लक्ष्य की ओर।

हो सके तो goals को note down कीजिये और हर वो कदम लेना start कर दीजिये जो आपको आपके goal, आपके मंज़िल की ओर ले चले।

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